कैंसर का नया उपचार -बेहतर परिणामों के साथ
- कैंसर का नया उपचार अमेरिका और विकसित देशों में प्रचलित है।
- कीमोथेरेपी अथवा रेडिएशन से बेहतर परिणाम।
- कैंसर के नवीनतम उपचार में कैंसर कोशिकाओं को मारने में उच्च सफलता मिलती है और यह पूर्णतः हानिरहित उपचार प्रणाली भी है।
- कैंसर के गंभीर मरीजों में भी कारगर चिकित्सा ।
- मेटास्टैटिक कैंसर जो शरीर के दूसरे अंगों में फ़ैल गया हो, उसमें भी यह उपचार लाभदायक है।
कैंसर मरीजों को बेहतर जीवन प्रदान करना-हमारा उद्देश्य
अनुपमा कैंसर संस्थान में चिकित्सकों, अनुसंधानकर्ताओं और प्रयोगशाला विशेषज्ञों के अथक परिश्रम से कैंसर के उपचार में नयी क्रांति की शुरुआत हुई। हमारे कैंसर रोग विशेषज्ञों ने कैंसर के उपचार में नेचुरोपैथी, आयुर्वेद के साथ एलॉपथी चिकित्सा का समावेश किया जिससे कैंसर के मरीज जिन्हें ICU अथवा इंटेंसिव केयर यूनिट की जरूरत हो उसे तत्काल आराम के लिए एलॉपथी की सेवा मिल सके। कभी-कभी दर्द के निवारण के लिए भी एलॉपथी चिकित्सा का इस्तेमाल होता है।
कैंसर के उपचार में सबसे ज्यादा सफलता नेचुरोपैथी के साथ -साथ आयुर्वेद के इस्तेमाल से संभव होता है। भारत में बहुत ही कम ऐसे संस्थान हैं जहाँ ऐसे अनुभवी चिकित्सक मौजूद हों अथवा जहाँ इतनी वैरायटी के उपचार उपलब्ध हों।
सफलता के मामले में मेटाबोलिक उपचार देश में अग्रणीय हैं।
कैंसर से सम्बंधित किसी भी समस्या के विषय में, आप बिना संकोच हमारे विशेषज्ञ से अपने सवाल पूछ सकते है !
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Our Treatment Gives You Chances of Better Life.
- We provide all the advanced treatment like chemotherapy, Surgery advice, Traditional treatments and other innovative therapies. This helps our experts to choose the best for you.
- None of the single cancer treatment is effective in all cancers. That is why you have to choose a center which has expertise in variety of treatment types.
- We have comprehensive program for personalized cancer treatment by selecting from long list of treatment types. This system can give the best result for you.
कैंसर की कितनी स्टेज होती हैं?
मेटाबोलिक साइंस के मुताबिक, कैंसर की निम्नलिखित स्टेज होती हैं :-
कैंसर स्टेज 0 :
कैंसर की सबसे पहली स्टेज 0 होती है. इसे कार्सिनोमा इन सिटु (Carcinoma in situ) या सीआईएस भी कहा जाता है. इस स्टेज में सेल कैंसर नहीं होती हैं, लेकिन भविष्य में बनने का खतरा होता है. कैंसर स्टेज 0 में असामान्य कोशिकाएं मौजूद तो होती हैं, लेकिन आसपास के tissue तक नहीं पहुंची होती है।
कैंसर स्टेज 1 :
कैंसर की स्टेज 1 में असामान्य कोशिकाएं कैंसर हो जाती हैं, हालांकि, अभी भी ट्यूमर छोटा होता है और अपने उद्गम जगह से कहीं और नहीं फैला होता है, इसे प्राइमरी कैंसर भी कहा जाता है।
कैंसर स्टेज 2 :
कैंसर की स्टेज 2 से कैंसर वाली कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं, जिसके कारण ट्यूमर बड़ा होने लगता है, लेकिन अभी भी यह कहीं फैला नहीं होता है. इस स्टेज से कैंसर गंभीर होने लगता है।
कैंसर स्टेज 3 :
कैंसर की स्टेज 3 से हालाक बेकाबू होने लगते हैं. जिसमें कैंसर वाला ट्यूमर बड़ा हो जाता है और आसपास के टिश्यू और लिंफ नोड्स तक फैल जाता है।
कैंसर स्टेज 4 :
कैंसर की आखिरी स्टेज 4 होती है, यह काफी खतरनाक होती है और जानलेवा साबित हो सकती है, इस स्टेज में कैंसर ट्यूमर आसपास या दूर के दूसरे शारीरिक अंगों तक फैल जाता है, इसे सेकेंडरी और मेटास्टेटिक कैंसर (Secondary or Metastatic Cancer) भी कहा जाता है।
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